About 2 लाइन हौसला शायरी

के तेरी चाहतों से चलती हैं मेरी सांसें

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किस ख़त में लिख कर भेजूं अपने इंतज़ार को तुम्हें

अगर कर हौसला बुलंद तो रास्ते खुद ही बनते जायेगे

किस ख़त में लिख कर भेजूं अपने इंतज़ार को तुम्हें

तुम लौटकर आ जाना जब भी तुम्हारा दिल करे

कभी दिखे थे साथ-साथ, अब गोवा में बोले केजरीवाल, ममता बनर्जी रेस में नहीं

चाहे लाख मुसीबतें रास्ता रोके तुम्हारा, उम्मीदों के सहारे आगे बढ़ते जाओ.

जिंदगी में हौसले बुलंद शायरी आगे बढ़ने के लिए शायरी

मेरा थूका हुआ शख्श था वो जिसे तुम मुँह लगाए फिरते हो

अगर कर हौसला बुलंद तो रास्ते खुद ही बनते जायेगे

तसव्वर में न जाने कातिबे तकदीर क्या था

बिगाड़ के रख देती है ज़िन्दगी का चेहरा

उसकी मजबूती का भरोसा तो तब होता है जब बुनियाद में हर ईंट अपने हाथों से रखी हो

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